Kanker:  छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में बीते दिनों धर्मांतरण को लेकर उपजे विवाद के बाद अब हालात धीरे-धीरे सामान्य होते नजर आ रहे हैं। इसी बीच जिले के बड़े तेवड़ा गांव से जुड़ा एक अहम घटनाक्रम सामने आया है, जिसने पूरे मामले को नया मोड़ दे दिया है। गांव में हुए बवाल के बाद चर्च के लीडर महेंद्र बघेल ने हिंदू धर्म में वापसी कर ली है। यह घटनाक्रम Kanker Dharmaantaran Case के संदर्भ में काफी चर्चा में है।

हिंदू धर्म में वापसी के बाद महेंद्र बघेल सबसे पहले शीतला मंदिर पहुंचे, जहां उन्होंने पूजा-अर्चना की। इसके बाद गांव के हिंदू समाज के लोगों ने उनका तिलक लगाकर स्वागत किया। इस दौरान बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे। ग्रामीणों का कहना है कि गांव में शांति और सौहार्द बनाए रखना सभी की प्राथमिकता है।

महेंद्र बघेल ने हिंदू धर्म में वापसी के बाद ईसाई समुदाय के कुछ लोगों, सरपंच और अन्य पर गांव में हिंसा भड़काने के आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि हाल ही में हुई हिंसा के दौरान ईसाई समुदाय के लोग उन्हें अकेला छोड़कर भाग गए थे। इसके बाद उन्होंने गांव के वरिष्ठ लोगों से चर्चा की और अपने मूल धर्म में लौटने की इच्छा जाहिर की।

चर्च लीडर के अनुसार, गांव में स्थिति सामान्य होने के बाद उन्होंने औपचारिक रूप से हिंदू धर्म में वापसी की। उनका कहना है कि यह फैसला उन्होंने अपनी आस्था और सामाजिक परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए लिया है। Kanker Dharmaantaran Case में यह घटनाक्रम इसलिए भी अहम माना जा रहा है क्योंकि इससे गांव में तनाव कम होने की उम्मीद जताई जा रही है।

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