

सूरजपुर। घुई वन परिक्षेत्र के जंगल में मिले बाघ के शव के मामले में वन विभाग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 6 संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। यह बाघ का शव बीते सोमवार को जंगल क्षेत्र में संदिग्ध परिस्थितियों में मिला था, जिसके बाद वन अमले में हड़कंप मच गया था।
जांच के दौरान वन विभाग की टीम ने बाघ के शरीर से गायब किए गए अंगों को भी बरामद कर लिया है। इस मामले को गंभीर मानते हुए सूरजपुर और बलरामपुर वन मंडल के अधिकारियों के साथ-साथ वाइल्ड लाइफ की विशेष टीम संयुक्त रूप से जांच में जुटी हुई है।
वन विभाग को आशंका है कि बाघ की मौत शिकार या सुनियोजित हमले के कारण हुई हो सकती है। फिलहाल हिरासत में लिए गए सभी संदिग्धों से अलग-अलग बिंदुओं पर पूछताछ की जा रही है।इस पूरे मामले को लेकर जांच अंतिम चरण में है और जल्द ही बाघ की मौत के कारणों का खुलासा किया जाएगा। वन विभाग दोषियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की तैयारी में है।
सूरजपुर में बाघ के शिकार को लेकर हाईकोर्ट की डिवीजन बेंच ने मंगलवार (16 दिसंबर) को सुनवाई की। इस दौरान राज्य शासन और वन विभाग से पूछा है कि वन्यजीवों की सुरक्षा को लेकर क्या इंतजाम किए गए हैं।
आने वाले समय में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए क्या प्लानिंग की गई है। डिवीजन बेंच ने इस संबंध में पीसीसीएफ को व्यक्तिगत शपथपत्र के साथ जवाब देने कहा है।






















