

नई दिल्ली: महाराष्ट्र के चंद्रपुर जिले के नागभीड़ तहसील से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां एक किसान को चार साहूकारों ने कर्ज चुकाने के मकसद से अपनी किडनी बेचने के लिए मजबूर कर दिया। यह घटना नागभीड़ तहसील के मिंथुर गांव की है। मामला सामने आने के बाद पुलिस ने जांच शुरू की और चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। जबरन वसूली के आरोप में और महाराष्ट्र साहूकारी (विनियमन) अधिनियम के तहत ब्रह्मपुरी थाने में चारों साहूकारों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
क्या है पूरा मामला?
मिंथुर गांव निवासी पीड़ित किसान रोशन सदाशिव कुडे के चार एकड़ का खेत है। इसी खेत से उनके परिवार का गुजारा चलता है। लेकिन कुदरत की मार से खेती फायदेमंद नहीं रही इसलिए उन्होंने डेयरी फ़ार्मिंग का नया व्यवसाय शुरू करने के लिए दूध देने वाली गायें खरीदीं। इसके लिए उसने 2021 में चार स्थानीय साहूकारों से 40% ब्याज दर पर एक लाख रुपये का कर्ज लिया था। लेकिन किस्मत ने उसका साथ नहीं दिया और खरीदी हुई गायें भी मर गईं जिससे उसका कर्ज बढ़ता गया।
सोना, ट्रैक्टर, घर का सामान सब बेच डाला
समय पर कर्ज न चुका पाने पर साहूकारों ने उस पर भारी ब्याज और रोजाना जुर्माना लगाया। एक लाख रुपये का कर्ज बढ़कर 74 लाख रुपये तक पहुंच गया। साहूकार उसके घर आने लगे। कर्ज से छुटकारा पाने के लिए उसने अपनी कुछ जमीन बेच दी। साथ ही ट्रैक्टर और घर का सामान भी बेच दिया लेकिन फिर भी कर्ज नहीं उतरा।
किसान ने बताया, मैंने सोना बेचा, रिश्तेदारों से भी पैसे मांगे लेकिन कर्ज नहीं उतर पा रहा था जिसके बाद मुझे बोला गया कि अब तेरे पास बेचने के लिए क्या है, तू अपनी किडनी बेच सकता है। इन साहूकारों की इतनी दहशत है कि कोई इनकी शिकायत भी नहीं लेता।
जब साहूकारों में से एक ने उसे किडनी बेचने का सुझाव दिया तो एक एजेंट उसे कोलकाता ले गया जहां चिकित्सा जांच कराने के बाद कंबोडिया में सर्जरी हुई और उसकी किडनी निकाल ली गई। किसान को इसके बदले 8 लाख रुपये मिले थे।
इस मामले में चंद्रपुर के पुलिस अधीक्षक सुदर्शन मुमाक्का ने बताया कि 2021 के अप्रैल महीने में किसान ने साहूकारों से पैसे लिए थे। उन्होंने उसपर ब्याज पर ब्याज लगा दिया। तीन साल से वह लगातार पैसे वापस भी कर रहा है , फिर भी पिछले साल अक्टूबर महीने में उसने किडनी बेची है।
आगे उन्होंने बताया, साहूकारों पर मामला दर्ज किया गया है और पुलिस ने मामले की जांच तेजी से शुरू कर दी है। इस मामले में आरोपी साहूकारों के खिलाफ गैर-कानूनी तरीके से पैसा उधार देने के तहत मामला दर्ज किया गया है। आरोपियों में किशोर बावनकुले, मनीष घाटबंधे, लक्ष्मण उरकुडे, प्रदीप बावनकुले, संजय बल्लारपुरे, सत्यवान बोरकर शामिल है।






















