

Rakesh Jain Arrested: कोयला घोटाला मामले में EOW को बड़ी सफलता मिली है. लंबे समय से फरार चल रहे करोड़ों की ठगी के मास्टरमाइंड राकेश जैन को पुलिस ने आखिरकार गिरफ्तार कर लिया गया है. राकेश जैन पर राज्य के बड़े अधिकारियों और कारोबारियों से करोड़ों रुपये की ठगी करने का आरोप है. 5 साल से फरार चल रहे जैन पर यह कार्रवाई EOW की टीम ने की है. कोर्ट ने आरोपी को 19 दिसंबर तक पुलिस रिमांड में भेज दिया है.
फर्जी कंपनियों बनाकर की ठगी
राकेश जैन लोगों को महंगे और आकर्षक इन्वेस्टमेंट स्कीमों के चक्कर में फंसाता था. उसने अधिकारियों से सरकारी टेंडर दिलाने और दूसरे लोगों से 10 गुना रिटर्न का भरोसा दिलाकर इन्वेस्टमेंट के नाम पर मोटी रकम वसूली थी. जैन ने खासतौर पर सरकारी अधिकारियों और व्यापारियों को अपना निशाना बनाया. इसके अलावा जैन ने फर्जी कंपनियों का जाल बिछाकर करोड़ों रुपये की कोल वसूली की और पैसा हवाला के जरिए अपने आकाओं तक पहुंचाया.
करोड़ों की ठगी का जाल
पुलिस को राकेश जैन के खिलाफ शुरुआती जांच में पता चला कि इस ठगी की राशि करोड़ों रुपये में है. आरोपों के अनुसार, यह राशि 50 करोड़ रुपये से ज्यादा है. इसके जाल में फंसने वालों नें डॉक्टर, सरकारी अधिकारी और बड़े कारोबारी लोग शामिल थे. इसके साथ पुलिस इस मामले में दूसरे पीड़ितों की तलाश कर रही है. जैन ने इन लोगों को फंसाने के लिए हाई लेवल कनेक्शन होने का दावा किया करता था.
कई जिलों में थी FIR
राकेश जैन पर राज्य के कई जिलों में कुल मिलाकर 16 एफआईआर दर्ज थी. उस पर रायपुर के कोतवाली, मौदहापारा, टिकरापारा, दुर्ग और राजनांदगांव समेत कई जिलों में 16 FIR दर्ज थी. इसके अलावा EOW में भी मामला दर्ज था. बताया जा रहा है कि गिरफ्तारी से बचने के लिए राकेश जैन लगातार अपने ठिकाने बदल रहा था.





















