

भुवनेश्वर। कटे हुए सिर घटना का बदला लेने के लिए मालकानगिरी जिले के कोरूकोण्डा ब्लॉक के एमवी-26 गांव में तनाव चरम पर है। सोमवार को गांव में 50 से अधिक घरों में आग लगाकर लूटपाट की गई थी।हजारों आदिवासी एकजुट होकर पूरे गांव को आग के हवाले कर दिए हैं। भारी पुलिस बल, डीवीएफ और बीएसएफ जवानों की मौजूदगी के बावजूद हिंसा को रोका नहीं जा सका।जिले में आदिवासी और गैर-आदिवासी समुदाय आमने-सामने हैं। हिंसा फैलने की आशंका में सभी थानों को हाई-अलर्ट पर रखा गया है।
सोमवार शाम को पुलिस डीजीपी वाई.बी. खुरानिया मालकानगिरी पहुंचे और हालात की समीक्षा की। उनके साथ एडीजी संजीव पंडा, इंटेलिजेंस डीआइजी अखिलेश्वर सिंह और दक्षिण-पश्चिम रेंज डीआइजी के.वी. सिंह भी मौजूद रहे। मीटिंग में हिंसा को अन्य क्षेत्रों में फैलने से रोकने पर जोर दिया गया।3 दिनों से लापता राखालगुड़ा गांव की आदिवासी महिला लाके पाड़ियामी का सिरविहीन शव 4 तारीख को मिलने के बाद स्थिति विस्फोटक हो गई। आदिवासी समुदाय का आरोप है कि जमीन विवाद को लेकर उसकी निर्ममता से हत्या की गई है। इसके विरोध में दो दिनों से प्रदर्शन और बैठकें चल रही थीं।






















