

बलरामपुर: कलेक्टर राजेंद्र कटारा के अध्यक्षता में संयुक्त जिला कार्यालय के सभाकक्ष में स्वास्थ्य तथा महिला एवं बाल विकास विभाग की संयुक्त रूप से समीक्षा बैठक ली गई। उन्होंने आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों और गर्भवती एवं शिशुवती महिलाओं के पोषण, स्वास्थ्य, टीकाकरण आदि में लक्ष्य के अनुरूप प्रगति लाने के लिए समन्वय से कार्य करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा के दौरान संस्थागत प्रसव, गर्भवती महिलाओं का पंजीयन, मातृ मृत्यु एवं शिशु मृत्यु दर शून्य करने, गंभीर कुपोषित बच्चों को पोषण पुनर्वास केंद्र में भर्ती कराने के निर्देश दिए। उन्होंने राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के तहत टीबी मरीजों की पहचान होने पर उनका समुचित उपचार की बात कही। उन्होंने आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना, वय वंदन कार्ड आदि में लक्ष्य के अनुरूप प्रगति लाने के निर्देश दिए। कलेक्टर श्री कटारा ने कहा कि आगामी 15 दिवस के भीतर छूटे हुए वय वंदना कार्ड पंजीयन सेक्टरवार शत प्रतिशत पूर्ण करें। उन्होंने सर्पदंश से हुए मृत्यु की संख्यात्मक जानकारी लेते हुए कहा कि सर्पदंश की स्थिति में ग्रामीणों को जागरूक किया जाना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण स्तर पर जागरूक करे कि सर्पदंश की दवाई एंटी स्नेक वेनम सभी निकटतम अस्पतालों में उपलब्ध हैं और समय पर उपचार मिलने से मरीज की जान आसानी से बचाई जा सकती है। उन्होंने स्वास्थ्य कर्मचारियों को घर-घर जाकर भेंट कर स्वास्थ्य तथा पोषण के बारे जानकारी देने के निर्देश भी दिए। कलेक्टर श्री राजेन्द्र कटारा ने निर्देश देते हुए कहा कि चिकित्सकों की अनुपस्थिति की स्थिति में तुरंत वैकल्पिक व्यवस्था सुनिश्चित की जाए, ताकि स्वास्थ्य सेवाओं का संचालन किसी भी प्रकार से प्रभावित न हो।
कलेक्टर ने महिला एवं बाल विकास विभाग की समीक्षा के दौरान प्रधानमंत्री मातृवंदन योजना में प्रगति के लिए स्वास्थ्य विभाग के साथ समन्वय स्थापित कर योजना के बेहतर क्रियान्वयन के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने आंगनबाड़ी केंद्रों में प्रत्येक माह के प्रथम और तीसरे गुरूवार को आयोजित सुपोषण चौपाल में स्वास्थ्य विभाग के मैदानी अमले को भी उपस्थित रहने और गर्भवती महिलाओं का संयुक्त रूप से जांच करने के लिए निर्देशित किया। उन्होंने बच्चों में पोषण की स्थिति, आंगनबाड़ी केंद्रों का प्रतिदिन मॉनिटरिंग, सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों की शत-प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने आंगनबाड़ी निर्धारित समय-सीमा अनुसार संचालित करने को भी कहा। उन्होंने सभी आंगनबाड़ी केंद्रो में कार्यकर्ताओं की उपस्थिति भी सुनिश्चित करने के निर्देश देते हुए कहा कि कार्यकर्ताओं की उपस्थिति नहीं है तो आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करें।
कलेक्टर ने स्वास्थ्य एवं महिला बाल विकास विभाग से कहा कि दोनों विभाग आम जनता से सीधे जुड़े हैं। सभी स्वास्थ्य केंद्र और आंगनबाड़ी केंद्र निर्धारित समय पर नियमित रूप से खुलना चाहिए और शासन-प्रशासन द्वारा समय-समय पर दिए गए आदेशों-निर्देशों का पालन सुनिश्चित होना चाहिए। उन्होंने सभी अधिकारी-कर्मचारियों को अपने दायित्वों का गंभीरतापूर्वक निर्वहन करने के निर्देश भी दिए।
बैठक में जिला पंचायत सीईओ नयनतारा सिंह तोमर, मुख्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी डॉ. बसंत सिंह, सिविल सर्जन डॉ. शशांक गुप्ता, महिला एवं बाल विकास अधिकारी बिस्मिता पाटले, बीएमओ, सीडीपीओ, सुपरवाइजर सहित मैदानी अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।






















