

फर्जी डीएसपी ने पुलिस भर्ती का सपना दिखाकर 72 लाख लूटे, कुसमी पुलिस ने दबोचा
बलरामपुर। बलरामपुर जिले के कुसमी पुलिस ने एक ऐसे ठग को गिरफ्तार किया है जो खुद को पुलिस विभाग में डीएसपी बताकर लोगों को नौकरी का झांसा देता था। आरोपी ने ग्राम कंजिया निवासी एक महिला से उसके दो बेटों को पुलिस विभाग में नौकरी लगवाने के नाम पर 72 लाख रुपये की ठगी की थी। पुलिस ने आरोपी को मध्यप्रदेश के सीधी जिले से गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा।
जानकारी के अनुसार, आरोपी संतोष कुमार पटेल पिता रविनाथ पटेल(29 वर्ष) निवासी पड़खुरी पचोखर थाना चुरहट जिला सीधी (म.प्र.) ने वर्ष 2016 में ए. साई कंपनी में जेसीबी ऑपरेटर के रूप में काम किया था। उस दौरान कंपनी द्वारा सामरी, जलजली एवं श्रीकोट के बीच सड़क निर्माण का कार्य किया जा रहा था। इसी दौरान आरोपी की जान-पहचान ग्राम कंजिया निवासी ललकी बाई से हुई थी।
विश्वास बन जाने के बाद आरोपी ने महिला से कहा कि उसकी पुलिस विभाग में डीएसपी के पद पर नियुक्ति हो गई है और वह उसके दोनों बेटों की भी पुलिस में नौकरी लगवा सकता है, लेकिन इसके लिए पैसे लगेंगे। झांसे में आकर महिला ने वर्ष 2018 से 2025 तक विभिन्न किस्तों में आरोपी के यूनियन बैंक खाते (खाता क्रमांक 396202010055766) एवं फोनपे नंबर के माध्यम से कुल ₹72,00,000/- जमा कर दिए। आरोपी ने कभी पत्नी की तबीयत खराब होने, तो कभी बहन की बीमारी का बहाना बनाकर रुपये की मांग जारी रखी।
जब काफी समय बाद भी बच्चों की नौकरी नहीं लगी, तो महिला को ठगी का एहसास हुआ और उसने थाना कुसमी में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए अपराध क्रमांक 92/2025 धारा 318(2), 319(2), 336(3), 340 बी.एन.एस. के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विश्व दीपक त्रिपाठी एवं पुलिस अनुविभागीय अधिकारी इम्मानुएल लकड़ा के मार्गदर्शन में थाना कुसमी प्रभारी उनि. विरासत कुजूर के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई। तकनीकी जानकारी के आधार पर टीम ने आरोपी को मध्यप्रदेश के सीधी जिले से गिरफ्तार किया गया । पूछताछ में आरोपी ने अपराध स्वीकार किया।आरोपी को विधिवत गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा गया ।गिरफ्तारी एवं विवेचना में स.उनि. रमेश तिवारी, स.उनि. दीपक बड़ा, आर. क्र. 598 धीरेन्द्र चंदेल का विशेष योगदान रहा।






















