

बलरामपुर: बलरामपुर जिले के बसंतपुर पुलिस ने नशीले कफ सिरप की तस्करी में शामिल मुख्य मास्टरमाइंड सहित दो और आरोपियों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेज दिया है। यह कार्रवाई “एंड टू एंड” जांच के तहत की गई है। पुलिस ने इससे पहले इसी प्रकरण में लग्जरी इनोवा क्रिस्टा कार से 495 शीशी नशीला कफ सिरप परिवहन करते तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था।
पुलिस अधीक्षक वैभव बैंकर के निर्देशन में त्योहारों के मद्देनजर जिले के सरहदी क्षेत्रों में नशे के कारोबार पर रोक लगाने सघन चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है। इसी दौरान वाड्रफनगर चौकी प्रभारी उपनिरीक्षक धीरेन्द्र तिवारी को मुखबिर से सूचना मिली कि बनारस से इनोवा क्रिस्टा (UP 70 ED 7182) में भारी मात्रा में कोडेक्स कफ सिरप लाया जा रहा है। पुलिस ने वाड्रफनगर में नाकाबंदी कर वाहन को रोका और जांच में 5 कार्टून में कुल 495 शीशी (49.5 लीटर) नशीला कफ सिरप बरामद किया।
पुलिस ने मौके से तीन आरोपियों नागेश्वर यादव, अतुल यादव और सुग्रीव यादव को गिरफ्तार किया था। पूछताछ में उन्होंने खुलासा किया कि यह कफ सिरप राजकुमार यादव उर्फ राजू के कहने पर लाया जा रहा था। इस जानकारी के आधार पर पुलिस ने मुख्य आरोपों राजकुमार यादव (निवासी सरगुजा) को अम्बिकापुर से गिरफ्तार कियाराजकुमार यादव की निशानदेही पर पुलिस टीम ने झारखंड के रमना स्थित “मोती मेडिकल हॉल” के संचालक संजीव कुमार गुप्ता को भी दबिश देकर पकड़ा। उसने कबूल किया कि उसने ₹65,000 में नशीला सिरप राजकुमार यादव को बेचा था, जो आगे अवैध रूप से परिवहन कर रहा था।बसंतपुर पुलिस ने दोनों को न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है।
इस कार्रवाई में उप निरीक्षक धीरेन्द्र तिवारी, आरक्षक अंकित जायसवाल और देवकुमार की सराहनीय भूमिका रही।






















