

नई दिल्ली: अगर आप उन निवेशकों में से हैं जो सुरक्षित निवेश के साथ टैक्स बचत भी करना चाहते हैं और लंबी अवधि के लिए अपनी पूंजी बढ़ाना चाहते हैं तो आपके लिए पोस्ट ऑफिस नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट (VIII Issue) यानी NSC (VIII संस्करण) एक बेहतर बचत योजना है जो भारतीय डाक विभाग द्वारा पेश की जाती है। यह योजना निवेशकों को एक निश्चित ब्याज दर के साथ लंबी अवधि में निवेश का विकल्प प्रदान करती है, जिससे उनकी पूंजी सुरक्षित रहती है और अच्छा रिटर्न भी देती है।
पोस्ट ऑफिस नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट की खास बातें
निवेश अवधि: 5 साल
ब्याज दर: सरकार द्वारा समय-समय पर तय की जाती है, जो सालाना कंपाउंडिंग के आधार पर दी जाती है।
ब्याज भुगतान: ब्याज मियाद पूरी होने पर मिलती है, लेकिन इसका लाभ टैक्स बचत के लिए निवेश अवधि के दौरान मिलता है।
टैक्स लाभ: निवेश की गई राशि धारा 80C के तहत आयकर में छूट का लाभ देती है, जिससे कर बचत होती है।
रीइन्वेस्ट: ब्याज प्राप्ति पर रीइन्वेस्ट (पुनर्निवेश) किया जा सकता है।
लोन सुविधा: निवेश की गई राशि के आधार पर लोन भी लिया जा सकता है।
सुरक्षा: यह योजना पूरी तरह से सरकार समर्थित है, इसलिए निवेश सुरक्षित रहता है।
खाता खोलने की प्रक्रिया: निकटतम डाकघर में जाकर या ऑनलाइन आवेदन करके खाता खोला जा सकता है।
जमा राशि और ब्याज दर
पोस्ट ऑफिस नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट स्कीम में आप कम से कम 1000 रुपये और इसके बाद 10 के मल्टीपल में चाहे जितनी मर्जी हो, उतने पैसे निवेश कर सकते हैं। यानी इस स्कीम में निवेश की कोई मैक्सिमम लिमिट नहीं है।
₹4,00,000 जमा पर मिलेगा ₹1,79,613.52 रिटर्न
पोस्ट ऑफिस नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट सेविंग स्कीम में अगर आप ₹4,00,000 जमा करते हैं तो जमा तारीख से अगले 5 साल बाद कैलकुलेशन के मुताबिक, आपको 7.7 प्रतिशत ब्याज की दर से ₹1,79,613.52 ब्याज के तौर पर रिटर्न मिलता है। वह भी गारंटीड। ऐसे में कैलकुलेशन के हिसाब से पांच साल बाद आपके पास कुल ₹ 5,79,613.52 का फंड तैयार हो जाएगा।





















