

रायपुर/बलरामपुर।बलरामपुर जिले के बलरामपुर, रामानुजगंज, वाड्रफनगर, राजपुर, शंकरगढ़ व कुसमी के ब्लाकों में इन दिनों व्यवसायिक प्रतिष्ठानों पर घरेलू गैस सिलेंडर का उपयोग किया जा रहा। जिले के ब्लाकों में करीब हजार से अधिक होटलें, चाय-नाश्ता की दुकानें और ढाबे संचालित हो रहे हैं। इनमें से 10 प्रतिशत के पास भी व्यवसायिक गैस सिलेंडर का कनेक्शन नहीं है। करीब 90 प्रतिशत दुकानदार घरेलू गैस सिलेंडर का उपयोग कर रहे हैं। खाद्य आपूर्ति विभाग ने सालों से इसकी जांच नहीं की है और ना ही किसी दुकानदार पर कार्रवाई की। हालात यह हैं कि कई दुकानों में उज्जवला योजना के गैस सिलेंडर का उपयोग किया जा रहा है।
दुकानों पर घरेलू गैस सिलेंडर का उपयोग, विभाग मौन
जिला आपूर्ति विभाग के अधिकारी होटलों और अन्य दुकानों में जांच करने से परहेज कर रहे हैं। इसकी वजह से होटल, चाय-नाश्ता के साथ ढाबों और बड़ी होटलों के संचालक धड़ल्ले से घरेलू गैस सिलेंडरों का उपयोग कर रहे हैं। सरकारी व्यवस्था के तहत 14.2 किलो वाला गैस सिलेंडर घरेलू उपयोग के लिए है। वहीं 19 किलो गैस वाला गैस सिलेंडर व्यवसायिक उपयोग के लिए है। इस पर सरकारी स्तर से किसी भी तरह की सब्सिडी नहीं है। व्यवसायिक उपयोग में इसी 19 किलो वाले सिलेंडर का उपयोग किया जाना चाहिए, लेकिन ऐसा कुछ ही दुकानदार कर रहे हैं।
कॉमर्शियल गैस के रेट ज्यादा, इसलिए घरेलू गैस सिलेंडर का उपयोग कर रहे व्यापारी, होटल-ढाबा संचालक
कुछ दुकानदारों ने बताया कि व्यवसायिक गैस सिलेंडर की कीमत अधिक होने के कारण होटल वाले और चाय नाश्ते की दुकान वाले कॉमर्शियल सिलेंडर की बजाय घरेलू सिलेंडर का ही उपयोग कर रहे हैं। वर्तमान में 19 किलो का व्यवसायिक गैस सिलेंडर करीब 2 हज़ार रुपए का मिल रहा है। वहीं 14 किलो का घरेलू गैस सिलेंडर करीब 1 हजार रुपए में मिल रहा है। दुकानदार कुछ अधिक रुपए देकर आसानी घरेलू गैस सिलेंडर ले रहे हैं। अधिकांश उज्ज्वला उपभोक्ता एजेंसी से गैस नहीं उठाते हैं और उन्हीं के कार्डों पर गैस होटल और चाय नाश्ते की दुकानों को उपलब्ध करा दिया जाता है।






















