धमतरी। मंदिर हसौद थाना क्षेत्र के ग्राम गोढ़ी के ग्रामीणों ने प्रशासनिक नाकामी से तंग आकर अवैध शराब बिक्री पर खुद रोक लगाने का निर्णय लिया। ग्रामसभा में सर्वसम्मति से तय किया गया कि अब कोई भी व्यक्ति अवैध शराब बेचते पकड़ा गया, तो उसे दंडित किया जाएगा। वहीं, इस पर कार्रवाई की सूचना देने वाले व्यक्ति को पुरस्कृत किया जाएगा।

लंबित प्रशासनिक कार्रवाई के कारण नाराजगी

गोढ़ी गांव, जो लगभग 5 हजार की आबादी वाला है, लंबे समय से अवैध शराब की समस्या से जूझ रहा था। प्रशासनिक ढिलाई के कारण शराब के ठेके और कोचियों की संख्या बढ़ गई थी। नशे के कारण झगड़े, पारिवारिक विवाद और सामाजिक अशांति बढ़ रही थी। पंचायतें लगातार प्रशासन को सूचित करती रहीं, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।

ग्रामसभा का कठोर निर्णय

ग्रामसभा में निर्णय लिया गया कि अवैध शराब बेचने वालों को किसी भी ग्रामवासी द्वारा जमानत नहीं दी जाएगी। मुनादी कर गांववासियों को सूचित किया जाएगा और यदि कोई शराब विक्रेता धंधा बंद नहीं करता, तो उसके खिलाफ कठोर सामाजिक दंड लागू किया जाएगा।

समर्थन और प्रशासनिक सहयोग

किसान संघर्ष समिति के संयोजक भूपेंद्र शर्मा ने इस पहल की सराहना की और इसे नशामुक्ति आंदोलन को नई दिशा देने वाला बताया। उन्होंने निर्णय को पुलिस और प्रशासन तक लिखित ज्ञापन के माध्यम से पहुंचाने का सुझाव दिया।

ग्रामीणों की चेतावनी

ग्रामीणों ने साफ किया कि अब किसी भी तरह का संरक्षण या समर्थन अवैध शराब विक्रेताओं को नहीं मिलेगा। उनका मानना है कि पूरे समाज से इस बुराई को खत्म किए बिना गांव में शांति और समृद्धि संभव नहीं।

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