

सूरजपुर: कलेक्टर एस. जयवर्धन की अध्यक्षता में आज समय-सीमा की बैठक आयोजित की गई। बैठक में विभागवार लंबित प्रकरणों की समीक्षा करते हुए कलेक्टर ने अधिकारियों को शीघ्र निराकरण के निर्देश दिए। उन्होंने जिला स्तरीय जनदर्शन एवम मुख्यमंत्री जनदर्शन के लंबित आवेदनों के निराकरण को प्राथमिकता से करने के लिए कहा। इसके अलावा उन्होंने कहा कि प्रत्येक सोमवार को दोपहर 12 बजे सभी एसडीएम कार्यालयों में जनदर्शन का आयोजन होगा। कलेक्टर जयवर्धन ने जिले वासियों से अपील की है कि प्रत्येक सोमवार को एस डी एम कार्यालयों में उपस्थित होकर अपनी समस्या के समाधान का समाधान कराएं।बैठक में डिप्टी कलेक्टर, एसडीएम सहित जिले के अधिकारीगण एवं अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
इस बैठक में कलेक्टर एस जयवर्धन ने विभागवार कार्यों की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने जन्म एवं मृत्यु प्रमाणपत्र हितग्राहियों को समय-सीमा में उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी पंचायतों में प्रमाणपत्र समय पर बनाने के निर्देश भी दिए।
बुनियादी सुविधाओं के समीक्षा के दौरान उन्होंने जिले की क्षतिग्रस्त सड़कों की शीघ्र मरम्मत करने को कहा।
जलजीवन मिशन की प्रगति तथा क्रेडा विभाग द्वारा सोलर आधारित जल प्रदाय योजनाओं की समीक्षा की गई। कलेक्टर ने सभी घरों में जल प्रदाय सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। इसके उन्होंने बैठक में खनन प्रभावित क्षेत्रों में रोजगार उपलब्ध कराने के मामलों की भी जानकारी लेते हुए आवश्यक निर्देश दिए। साथ ही शिक्षा विभाग की समीक्षा करते हुए जिला शिक्षा अधिकारी को जिले में शिक्षा का स्तर उन्नत करने और बोर्ड परीक्षा के विद्यार्थियों पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। उन्होंने आर टी ओ सूरजपुर को स्कूल एव महाविद्यालय के विद्यार्थियों का शिविर आयोजित करके शिक्षार्थी लाइसेंस बनाने के निर्देश दिए। स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा करते हुए कलेक्टर ने सीएमएचओ कपिलदेव पैकरा को सभी स्वास्थ्य केंद्रों में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएँ सुनिश्चित करने और मौसमी बीमारियों के प्रति विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए।
कलेक्टर एस जयवर्धन ने आदिवासी विभाग के अधिकारियों को आदि कर्मयोगी कार्यक्रम के क्रियान्वयन करने के निर्देश दिए। उल्लेखनीय है कि धरती आबा अभियान अंतर्गत आदि कर्मयोगी कार्यक्रम की शुरुआत केंद्र सरकार द्वारा की गई है। केंद्र सरकार ने जनजातीय योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन के उद्देश्य से ‘आदि कर्मयोगी’ नामक नई पहल की शुरुआत की है। ‘आदि कर्मयोगी’ का मुख्य उद्देश्य जनजातीय क्षेत्रों में योजनाओं की खराब क्रियान्वयन प्रणाली को दुरुस्त करना है। यह एक राष्ट्रव्यापी कार्यक्रम है जिसके अंतर्गत कैडर बनाकर आदिवासी बाहुल्य ग्रामों में विभिन्न जनजातीय कल्याण से संबंधित सेवाओं को संचालित करना है।
कलेक्टर ने कृषि विभाग से कृषक पंजीयन की स्थिति एवं सोसायटीवार जानकारी ली। साथ ही वन अधिकार पत्रों की स्थिति, डिजिटल क्रॉप सर्वे समय पर पूर्ण करने के निर्देश दिए।आयुष्मान कार्ड निर्माण की समीक्षा करते हुए शिविर लगाकर आयुष्मान कार्ड शत प्रतिशत रूप में बनवाने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी आंगनबाड़ियों, आश्रम छात्रावास एवं पंडो जनजाति निवास क्षेत्रों सभी का आयुष्मान कार्ड बनाने के निर्देश सम्बंधित अधिकारियों को दिए।
इसके अलावा कलेक्टर ने ग्रामीण युवाओं को कौशल प्रशिक्षण देकर स्वरोजगार की ओर प्रोत्साहित करने हेतु ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान (RSETI) की प्रगति की भी समीक्षा भी की और आवश्यक निर्देश दिए।





















