

परशुरामपुर विद्यालय में प्रेरणादायक सम्मान समारोह आयोजित
सूरजपुर। आज़ादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर रामानुजनगर विकासखंड अंतर्गत आदर्श ग्राम पंचायत परशुरामपुर के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में एक प्रेरणादायक एवं गरिमामयी सम्मान समारोह का आयोजन किया गया।इस अवसर पर ग्राम सरपंच मीरा लालकेश्वर सिंह सरुता ने कक्षा 10वीं और 12वीं की परीक्षा में सफलता प्राप्त करने वाले मेधावी छात्र-छात्राओं को प्रशस्ति पत्र और पुरस्कार देकर सम्मानित किया।
सरपंच प्रतिनिधि लालकेश्वर सिंह सरुता ने लगातार दूसरे वर्ष स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को सम्मानित किया। इस वर्ष कक्षा 12वीं में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाली छात्रा कु. कलावती को ₹2100 की नगद राशि और प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया। वहीं कक्षा 10वीं के प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं को प्रशस्ति पत्र और पेन भेंट कर प्रोत्साहित किया गया।शिक्षा के साथ-साथ श्रम क्षेत्र में योगदान देने वालों को भी इस अवसर पर सम्मानित किया गया। मनरेगा में सर्वाधिक कार्य करने वाले श्रमिक दुलार साय केवट और तेंदूपत्ता संग्रहण में अग्रणी फुलेश्वर राम को श्रीफल भेंट कर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में सरपंच मीरा सिंह और प्रतिनिधि लालकेश्वर सिंह ने शिक्षा, श्रम और सामाजिक विकास के क्षेत्र में ग्राम पंचायत की भूमिका को रेखांकित किया। उन्होंने समाज के हर वर्ग और धर्म को साथ लेकर कार्य करने की बात कही।
इस अवसर पर उपसरपंच गोपाल सिंह पुहुप, पंचगण जबीना खातून, अनवरी खातून, शांति बाई, फुलकुंवर सरुता, सलजीत राम, लीलावती, ब्रिजेश गिरी, दिलबसिया, रामखेलावन सिंह मरावी, चैन सिंह, रुखशाना खातून एवं पूर्व उपसरपंच प्रतिनिधि नितिश कुमार सहित बड़ी संख्या में पंचायत प्रतिनिधि, ग्रामीण और पालकगण उपस्थित रहे।
विद्यालय परिवार से प्राचार्य चंद्रविजय सिंह, प्रधान पाठक शिवनारायण सिंह, नरेंद्र शुक्ला, मंजुलता, शरिफ़ ख़ान, नान साय सिंह, शकुंतला पोर्ते, चमरु राम, भदर सिंह और शान मो सहित सभी शिक्षकगण मौजूद रहे।
विद्यालय के प्राचार्य चंद्रविजय सिंह ने सरपंच व पंचायत प्रतिनिधियों का आभार प्रकट करते हुए कहा कि इस प्रकार के आयोजन छात्रों को आत्मविश्वास और आगे बढ़ने की प्रेरणा प्रदान करते हैं। यह कार्यक्रम केवल एक सम्मान समारोह नहीं, बल्कि पूरे गांव के लिए गौरव का क्षण रहा।






















