

सूरजपुर।राज्य परियोजना कार्यालय द्वारा संचालित शासकीय स्कूलों में पदस्थ व्यावसायिक प्रशिक्षकों ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर छत्तीसगढ़ नवीन व्यावसायिक प्रशिक्षक कल्याण संघ के बैनर तले केबिनेट मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े के निज निवास पहुंचकर ज्ञापन सौंपा।
सूरजपुर एवं सरगुजा जिले से आए प्रशिक्षकों ने ठेका प्रथा समाप्त कर उन्हें शिक्षा विभाग में समायोजित किए जाने की उन्होंने मांग की। संघ के जिला अध्यक्ष दिनेश कुमार प्रजापति के नेतृत्व में प्रशिक्षकों ने यह भी कहा कि ठेका प्रथा के चलते प्रतिवर्ष लगभग 4.5 करोड़ रुपये की राशि कमीशन के रूप में एजेंसियों को चली जाती है, जिसे यदि बंद कर दिया जाए तो इसका प्रत्यक्ष लाभ प्रशिक्षकों को मिल सकेगा।
प्रशिक्षकों ने वेतन वृद्धि के साथ ही महिला प्रशिक्षकों को मातृत्व अवकाश की सुविधा नहीं होने से हो रही परेशानियों को भी मंत्री के समक्ष रखा। मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने सभी मांगों को गंभीरता से सुनते हुए उन्हें न्यायोचित ठहराया और मुख्यमंत्री से चर्चा कर समाधान का भरोसा दिलाया।मंत्री की सकारात्मक प्रतिक्रिया पर प्रशिक्षकों ने उनके प्रति आभार जताया।
इस अवसर पर संघ के संभाग अध्यक्ष द्रोणी डहरे, विजय राठौर, गणेश कश्यप, अंशुल, अमर यादव, खिंतल ओझा, थलेश्वर राजवाड़े, संगीता मरावी, हेमलता, प्रतीक्षा सिंह, सुरेंद्र मोहन, कवींद्र साहू सहित संभाग के कई प्रशिक्षक उपस्थित रहे।






















