

बीजापुर: नक्सल प्रभावित बीजापुर जिले में तैनात केंद्रीय सुरक्षा बल सिर्फ सुरक्षा ही नहीं, सेवा और इंसानियत के भी प्रतीक बनते जा रहे हैं। एक ऐसा ही मार्मिक और प्रेरणादायी उदाहरण बीजापुर के सुदूर नक्सल क्षेत्र करेगुट्टा गांव से सामने आया है, जहाँ CRPF की 151वीं बटालियन के जवानों ने बीमार ग्रामीण को जीवनदान देने जैसी मानवता का परिचय दिया।
करेगुट्टा जैसे दुर्गम गांव में स्वास्थ्य सुविधाओं का टोटा है और एंबुलेंस की पहुंच लगभग नामुमकिन है। ऐसे में जब एक ग्रामीण की तबीयत अचानक बिगड़ी, तो CRPF जवानों ने बिना समय गंवाए स्ट्रेचर उठाया और बीमार व्यक्ति को कंधे पर लेकर घने जंगल और पथरीली पहाड़ियों के बीच से करीब 6 किलोमीटर पैदल चलकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तक पहुँचाया।
यह पूरी कवायद सिर्फ एक मरीज को समय पर इलाज दिलाने के लिए की गई, जिससे उसकी जान बच सकी। जवानों की यह पहल न केवल सराहनीय है, बल्कि नक्सल मोर्चे पर तैनात फोर्स की मानवीय संवेदनाओं की मिसाल भी है।
CRPF द्वारा समय-समय पर सिविक एक्शन प्रोग्राम के तहत ग्रामीणों को स्वास्थ्य शिविर, चिकित्सा सहायता और आवश्यक दवाएं भी उपलब्ध कराई जाती हैं। इस घटना ने एक बार फिर साबित किया है कि फोर्स के जवान सिर्फ हथियार नहीं उठाते, जरूरत पड़ने पर वे देवदूत बनकर जीवन बचाने में भी आगे रहते हैं।






















