कोरबा। कोरबा में कांग्रेसियों ने कटघोरा में आर्थिक नाकेबंदी कर दी है। कांग्रेसी सड़क पर बैठकर ईडी के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं। मालवाहक और ट्रक-डंपर वाहनों को भी नहीं निकलने दिया जा रहा है। जिला कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारी, पूर्व विधायक, पूर्व महापौर और बड़ी संख्या में कांग्रेसी मौके पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।

कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया। यह हंगामा पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल की गिरफ्तारी के विरोध में था, जिसे कांग्रेस ने “राजनीतिक प्रतिशोध” करार दिया है। दोपहर 12 से 2 बजे तक चले इस चक्का जाम में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने तिरंगा चौक सहित प्रदेश के कई प्रमुख मार्गों और राष्ट्रीय राजमार्गों पर नारेबाजी की और ईडी के साथ-साथ केंद्र व राज्य सरकार पर विपक्ष को दबाने का आरोप लगाया।
कटघोरा में दोपहर 12 बजे से शुरू हुआ यह प्रदर्शन शांतिपूर्ण लेकिन जोरदार रहा। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सड़कों पर जाम लगाया, जिससे कुछ समय के लिए ट्रैफिक प्रभावित हुआ। हालांकि, पार्टी ने स्पष्ट किया कि एम्बुलेंस और स्कूल बसों को जाम से छूट दी गई। प्रदर्शन में शामिल कार्यकर्ताओं ने तिरंगे झंडे लहराए।
कांग्रेस के रामपुर विधायक फूलसिंह राठिया ने कहा कि प्रदेशों को भाजपा की सरकार बेचने का काम कर रही है। छत्तीसगढ़ से अडाणी को भगाना है। ये लड़ाई जल-जंगल जमीन की है। सभी राज्यों में भाजपा की सरकार मनमानी कर रही है। रायगढ़ के तमनार में पेड़ों की अवैध कटाई चल रही है।

दरअसल, 18 जुलाई को भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल को भिलाई से ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) ने गिरफ्तार किया है। ईडी का आरोप है कि शराब घोटाले की रकम से चैतन्य को 16.70 करोड़ रुपए मिले हैं। शराब घोटाले से मिले ब्लैक मनी को रियल एस्टेट प्रोजेक्ट्स में इन्वेस्ट किया गया। रायपुर की स्पेशल कोर्ट ने चैतन्य को 22 जुलाई तक ईडी की 5 दिन की रिमांड पर भेजा है।

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