बलरामपुर: कभी-कभी जीवन में अचानक ऐसे मोड़ भी आते है, जो दुखद भी हो सकता है और उम्मीद से भरा भी। ऐसे ही घटना 6 वर्षीय बालिका नैना के जीवन में घटित हुई। विकासखंड बलरामपुर के ग्राम महाराजगंज निवासी  कालिचरण सोनवानी की बेटी नैना सोनवानी 6 वर्ष की है वह प्राथमिक शाला महाराजगंज में अध्ययनरत है। एक दिन स्कूल वापसी के दौरान दुर्घटना में नैना के पैरों में गंभीर चोट लगी। नैना की तबियत बिगड़ती देख  कालिचरण ने तुरंत उपचार के लिए नैना को जिला अस्पताल लेकर पहुंचे। जांच उपरांत पता चला की नैना के दाहिने पैर में अंदरूनी चोट लगी है, जिसके लिए रॉड लगाना आवश्यक है और तत्काल इलाज जरूरी है डॉक्टर ने बताया कि इसमें लगभग 15 हजार रूपये का खर्च होगा। श्री कालिचरण जो खेती-बाड़ी कर घर का खर्च चलाते है। खेती के इस मौसम में पहले से ही खाद-बीज और परिवार के खर्चों का बोझ था। ऐसे में इतनी बड़ी रकम जुटाना आसान नहीं था। तब इस दुःख के समय में आयुष्मान कार्ड सहारा बनी।

जिला चिकित्सालय बलरामपुर में ही नैना का ईलाज शुरू हुआ और पूरे इलाज का खर्च आयुष्मान योजना के तहत निःशुल्क किया गया। चिकित्सकों की टीम के निष्ठा और संवेदनशीलता से सफल ऑपरेशन हुआ, अब नैना के पैर में लगी रॉड भी निकाली जा चुकी है। कुछ दिनों में नैना पहले की तरह चल-फिर सकती है, स्कूल में होने वाले खेल-कूद में अपनी पसंदीदा गतिविधियों में भाग ले सकती है। नैनी कहती है कि बड़ी होकर अफसर बनना चाहती है। नैना के पिता  कालिचरण बताते है कि आयुष्मान कार्ड से मेरी बेटी का सफल ईलाज हुआ है, इसके लिए उन्होंने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया।

Leave a reply

Please enter your name here
Please enter your comment!