

बलरामपुर। बलरामपुर जिले के लुती गांव में मंगलवार देर रात अफरा-तफरी मच गई, जब चार दशक पुराना लुती बांध अचानक टूट गया। हादसे में सास-बहू सहित अब तक चार शव मिला है।जबकि एक पुरुष, एक महिला और दो मासूम बच्चे अब तक लापता हैं। घटना की सूचना मिलते ही प्रशासनिक अमला और पुलिस मौके पर पहुंची और देर रात से ही ग्रामीणों के साथ मिलकर लापता लोगों की तलाश की जा रही है।

सास-बहू की गई जान, कई लापता
जानकारी के अनुसार, मंगलवार की रात 10 से 11 बजे के बीच लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के बाद लुती बांध टूट गया। इसके नीचे बसे दो घर अचानक पानी की चपेट में आ गए। हादसे में रजनति पति गणेश (26) और बतशिया पति रामवृक्ष (60) की मौके पर ही मौत हो गई। दोनों आपस में सास-बहू थीं। वहीं, घर मालिक रामवृक्ष का बड़ा बेटा, बहू और रजनति के दो मासूम बच्चे तेज बहाव में बह गए, जिनका अब तक कोई पता नहीं चल सका है।

घायल रामवृक्ष ने भागकर बचाई जान
इस भीषण हादसे में घर मालिक रामवृक्ष भी पानी की चपेट में आ गए, लेकिन उन्होंने किसी तरह भागकर अपनी जान बचाई। हादसे के दौरान उन्हें गंभीर चोटें आईं। मौके पर मौजूद ग्रामीणों ने तत्काल उन्हें एंबुलेंस से जिला अस्पताल बलरामपुर भेजा, जहां उनका उपचार जारी है।

सूचना मिलते ही जिला पंचायत उपाध्यक्ष धीरज सिंह देव, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी और पुलिस अधीक्षक , थाना प्रभारी सहित पुलिस बल घटनास्थल पर पहुंचे। देर रात से ही प्रशासनिक अमले के साथ ग्रामीण लापता लोगों की खोज में जुटे हुए हैं। आधा दर्जन से अधिक गांवों से लोग मौके पर पहुंचकर बचाव कार्य में प्रशासन की मदद कर रहे हैं।
बताया जा रहा है कि लुती बांध से करीब 500 मीटर की दूरी पर दो घर स्थित थे, जो सीधे पानी की चपेट में आ गए। जबकि इसके आगे करीब पांच और घर थे, लेकिन पानी का रुख देखने के बाद लोग समय रहते घरों से बाहर निकल गए। इससे बड़ी जनहानि टल गई।फिलहाल प्रशासन और पुलिस राहत-बचाव कार्य में जुटी हुई है। लापता लोगों की तलाश में टीम ने बांध के आसपास और निचले इलाकों में सघन खोजबीन शुरू कर दी है। घटना से गांव में मातम पसरा हुआ है और हर कोई दहशत में है।






















