

तिल्दा नेवरा। छत्तीसगढ़ के तिल्दा नेवरा में रविवार, 13 दिसंबर को नेशनल लोक अदालत का आयोजन व्यवहार न्यायालय परिसर में किया गया। इस लोक अदालत की अध्यक्षता व्यवहार न्यायालय के न्यायाधीश भावेश कुमार वट्टी ने की। इसमें सिविल, मोटरयान, बैंक लोन, विद्युत विभाग समेत कई प्रकार के मामलों का आपसी निराकरण कराया गया।
इस लोक अदालत में कुल 258 प्रकरणों का निराकरण किया गया और लगभग 35 लाख 69 हजार 248 रुपये का रिवार्ड पारित हुआ। बड़ी संख्या में नागरिकों ने इसमें उपस्थित होकर लाभ उठाया और आपसी सहमति से अपने विवादों का समाधान किया।
इसी बीच, बिलासपुर हाईकोर्ट ने धमतरी जिले के बहुचर्चित ट्रिपल मर्डर और दुष्कर्म मामले में आरोपी जितेंद्र ध्रुव की अपील खारिज कर दी। हाईकोर्ट ने ट्रायल कोर्ट का फैसला बरकरार रखते हुए आरोपी की उम्रकैद की सजा को कायम रखा।
यह घटना जुलाई 2017 में तरसींवा गांव में हुई थी, जब आरोपी ने घर में घुसकर महिला के साथ दुष्कर्म किया और उसकी हत्या कर दी। महिला के पति और छोटे बेटे की भी बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। बड़ा बेटा गंभीर रूप से घायल हुआ था, जिसने बाद में गवाही देकर आरोपी की पहचान की।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट, डीएनए टेस्ट, एफएसएल जांच और गवाहों की गवाही के आधार पर कोर्ट ने आरोपी को दोषी माना। हाईकोर्ट की डिविजन बेंच ने कहा कि उपलब्ध वैज्ञानिक सबूत आरोपी की संलिप्तता को पूरी तरह साबित करते हैं, इसलिए उम्रकैद की सजा बरकरार रहेगी।






















