
मुख्य महाप्रबंधक बोले – ‘आपका हक, अब और देर नहीं’ हितग्राहियों की आंखों में दिखी उम्मीद की चमक
चंचल सिंह
सूरजपुर/जरही।जहां अरसे से सिर्फ फाइलें चलती थीं, अब वहां फैसले लिए जा रहे हैं। एसईसीएल भटगांव क्षेत्रीय कार्यालय में मंगलवार को हुई अहम बैठक ने 28 बेरोजगार हितग्राही परिवारों के चेहरे पर मुस्कान ला दी है। मुख्य महाप्रबंधक दिलीप माधवराव बोबडे ने जब यह भरोसा दिया कि “अब कोई और देरी नहीं होगी, प्रस्ताव 30 जून से पहले भेज दिए जाएंगे”, तो वह महज एक वादा नहीं, एक उम्मीद की बहाली थी।
बैठक नहीं, भरोसे की शुरुआत थी यह
बैठक की अध्यक्षता कर रहे क्षेत्रीय कार्मिक प्रबंधक राजकुमार शर्मा ने बताया कि सभी 28 प्रस्तावों की गहन जांच अंतिम चरण में है और संबंधित अधिकारियों को विशेष जिम्मेदारी सौंपी गई है। चाहे वर्किंग डे हो या नॉन-वर्किंग डे – अब ड्यूटी सिर्फ एक ही है – ‘रोजगार दिलाना’।
‘आवेदन वापस ले लिया, अब भरोसा साथ है’
बैठक के बाद एक दृश्य बेहद खास था – पुराने आवेदन हाथ में लेकर हितग्राही जब मुस्कुराते हुए उन्हें वापस कर रहे थे, तो वह केवल कागज़ नहीं, उनकी निराशा थी जो अब विश्वास में बदल गई थी।
जनप्रतिनिधियों की भी रही अहम भूमिका
नगर पंचायत जरही अध्यक्ष पूरन राम राजवाड़े की उपस्थिति ने इस पूरी प्रक्रिया को और अधिक मजबूत किया। उन्होंने भी प्रबंधन से आग्रह किया कि “ये 28 नहीं, 28 परिवारों का भविष्य है – इसे प्राथमिकता मिलनी ही चाहिए।”
गांव में जश्न जैसा माहौल
बैठक की खबर जब जरही व आस-पास के गांवों तक पहुंची, तो लोग कहने लगे –“चलो, अब सरकारी बातों में भी असर दिखने लगा है।”भू-स्वामी उदित नारायण और शिवशंकर जैसे हितग्राही अब अपने खेत की बजाय अपने बच्चों के भविष्य की जमीन तैयार होते देख रहे हैं।
इस दौरान मुख्य महाप्रबंधक दिलीप माधवराव बोबडे,नगर पंचायत अध्यक्ष – पूरन राम राजवाड़े,क्षेत्रीय कार्मिकप्रबंधक राजकुमार शर्मा,अन्य सहयोगी जयप्रकाश, बबन यादव,प्रमुख हितग्राही उदित नारायण, उमेश तिवारी, आदेश, जगलाल, अरशद, ज्ञान प्रसाद, शिवशंकर, जागेश्वर आदि उपस्थित थे।
यह केवल रोजगार की फाइलें नहीं हैं, ये परिवारों के सपनों की नींव हैं।अगर सबकुछ इसी गति से चलता रहा तो जरही के लोग भी कह सकेंगे “हमने सिर्फ उम्मीद नहीं की थी, उसे सच होते देखा है।