
बलरामपुर।पुलिस अधीक्षक वैभव बैंकर के निर्देश व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विश्वदीपक त्रिपाठी और एसडीओपी याकूब मेमन के नेतृत्व में बलरामपुर जिले की कोतवाली पुलिस ने म्यूल बैंक अकाउंट मामले में बड़ी सफलता हासिल की है। दो प्रकरण में फरार चल रहे आरोपी नितेश पूरी गोस्वामी को पुलिस ने बिलासपुर से गिरफ्तार किया। आरोपी पेशे से सॉफ्टवेयर इंजीनियर है।पुलिस ने आरोपी को न्यायालय में पेश कर जेल भेजा।
जानकारी के अनुसार थाना बलरामपुर पुलिस ने तकनीकी विश्लेषण के आधार पर जिले के विभिन्न व्यापारिक बैंकों में खुले संदिग्ध खातों की जांच की। जांच में खुलासा हुआ कि इन खातों का उपयोग देशभर में साइबर ठगी कर अवैध धन के लेन-देन में किया जा रहा था।थाना बलरामपुर में अपराध क्रमांक 40/2025 धारा 317(2), 317(4), 317(5), 318(4), 61(2)(क) बीएनएस के तहत प्रकरण दर्ज कर कार्यवाही की गई। इससे पूर्व मामले में संलिप्त 10 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था।
दिनांक 13 जुलाई 2025 को विशेष अभियान के तहत प्रकरण में संलिप्त आरोपी नितेश पूरी गोस्वामी पिता कैलाश पुरी (26 वर्ष) निवासी ग्राम खजूरी थाना प्रतापपुर जिला सूरजपुर को बिलासपुर से गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया, जहाँ से उसे न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया। पूछताछ में आरोपी ने जल्दी पैसा कमाने के लालच में अपने साथियों के साथ अपराध में संलिप्त होना स्वीकार किया है। आरोपी पेशे से सॉफ्टवेयर इंजीनियर है। आरोपी के पास से अपराध से अर्जित धन से खरीदी गई ब्रेजा कार को भी जप्त किया गया है।
संपूर्ण कार्रवाई में थाना प्रभारी निरीक्षक भापेन्द्र साहू, उप निरीक्षक किरणेश्वर प्रताप सिंह, सहायक उप निरीक्षक राधेश्याम विश्वकर्मा, प्रधान आरक्षक शिपक शर्मा, शैलेन्द्र तिवारी, आरक्षक सचिंद्र सिंह, महेंद्र गुप्ता, तथा साइबर सेल प्रभारी उपनिरीक्षक हिम्मत सिंह शेखावत, प्रधान आरक्षक नागेन्द्र पांडे एवं आरक्षक मंगल की महत्वपूर्ण भूमिका रही।